Monday, December 28, 2009

प्रथम प्रयास

बहुत दिनों से सोच रहा था की अपना कोई ब्लॉग हो जहाँ मै भी अपने दिल की बात रख सँकू, निश्चित तौर पर इस कार्य को करने की प्रेरणा बड़े बच्चन साहब से और तमाम मीडिया ब्लॉग्स से मिली. साथ में रितेश वर्मा जैसा सहयोगी हो जिनकी दक्षता नेट के इस मायाजाल में उतनी ही है जितनी की सौरव गांगुली को ऑफ साइड में स्ट्रोक खेलने की- तो बस तैयार हो गया हमारा भी ब्लॉग.. अब हम भी खुद लिखेंगे और खुद पढेंगे.
पर दक्ष प्रश्न है की लिखे क्या, किसी की आलोचना करते समय हम इतना गिर जाते है की माँ बहन की गालियाँ भी उसे अलंकार लगने लगे, वहीँ तारीफ़ करते वक़्त उसे खुदा का दर्ज़ा दे देते है... जाहिराना तौर पर हम कुछ ज्यादा ही जज्बाती है और इसमें हमारी गलती भी नहीं है. हम ऐसी ही कौम से आते है. इन लोगो को हिन्दुस्तानी कहा जाता है- साले बड़े इमोशनल होते है. समसामियिक विषयों पर ज्ञान दे सकते है पर क्या करे या तो मुद्दों में गर्मी नहीं रही या हम शुष्क हो गए- जब कार चलाना सीख रहे थे तब पहिये के नीचे पिल्ला आ गया और साला मर गया. एक हफ्ते तक खाना नहीं खाया गया और महीनो साला सपनो में आकर डराता रहा, दोस्तों ने जाना तो बड़ा मजाक उड़ाया क्यूंकि कालेज के दिनों में हम बिलकुल वैसे ही लड़के थे जिनके बारे में माँए अपने बच्चो से कहती थी की "इसके साथ मत खेला करो- गन्दा बच्चा है".. काफी लड़ाई झगडा लगा रहता था . पर उस पिल्ले ने मर कर जो लात मारी की उस वक़्त की जिन्दगी मुहाल हो गयी. खैर ये "उस वक़्त" की बात है . अब तो इंसानों की मौत भी वो दर्द नहीं देती. पर मै इसे बुरा भी नहीं मानता. ये ऐसा कुछ नहीं है जिसके बारे में मुझे इसमें आने से पहले पता न हो, .......मुझे पता था की मीडिया में आकर "कौतुहल" "सामान्य" में बदल जायेगा. और मै इसके लिए तैयार था...मै इसे पसंद भी करता हूँ...
पर सवाल अभी भी वही है की क्या लिखूंगा, फिल्मो और क्रिकेट के बारे में मेरी अपनी राय ज़रूर रहती है- तो उसे तो लिखूंगा ही, साथ में रोजानामाचा भी रखने की कोशिश करूँगा... कम से कम वायदा तो कर ही सकता हूँ........

4 comments:

  1. Congratulations dubey ji ! Apke blog ko padhne wale kewal aap hi nahi hai,hum bhi padhenge. Aap bas likhte rahein....

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  3. पंडित दुबे जी....
    कहते है खाली दिमाग ...... अच्छा किया ... लिखते रहने से बहुत कुछ सधेगा....
    उम्मीद है जल्द ही रोजाना की बुलेटिन के साथ साथ कुछ और भी पढने को मिले...
    ब्लोगरों की दुनिया में आपका स्वागत है....

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