Wednesday, December 30, 2009

प्रतिक्रियाये

ब्लॉग लेखन को अपेक्षा से अधिक प्रतिक्रियाये मिली, कुछ ने बाकायदा सुझाव भी दिए, दीपांशु और प्रिया अपनी शुभकामनाये दर्ज करवाने में सफल रहे, सिद्धार्थ बेचारे पोस्ट नहीं कर पाए तो उन्होंने अपनी शुभकामनाये मेल कर दी, इसके अलावा मेरे भाई रूद्र ने भी फोन किया, नवीन भाई ने भी प्रोत्साहित किया, हिमांशु त्रिपाठी ने भी खासी तारीफ की, इसके अलावा सौम्या, नेहा और बिद्या से भी चर्चा हुई, प्रवीण यादव ने भी मार्गदर्शन करने का वायदा किया है- पर उनकी तबियत को देखते हुए मुझे संदेह है. मनोज कुमार ने ब्लॉग पढने की बात कही है. समन्विता ने भी कहा की मुझे प्रयास जारी रखना चाहिए. दीपांशु के माध्यम से विनोद जी डबराल को भी पता चला या शायद उन्होंने पढ़ा भी और उन्होंने भी हौसला बढाया............... आप सभी का शुक्रिया,
कल रात आफ्टरनून शिफ्ट के बाद आज सुबह मोर्निंग में आना सजा जैसी होती है मगर इस सजा में मज़ा ये है की मुझे अपनी ख्वाहिशे पूरी करने के लिए शाम मिल जाती है. आज शाम को फिल्म "रात गयी- बात गयी" का मीडिया के लिए प्रेस शो है, अगर आहूजा सर भेजेंगे तो मई वह जाकर फिल्म का रिव्यू करना पसंद करूँगा और अगर उन्होंने मना किया तो बहुत दिनों से एक पुराने दोस्त की शिकायत दूर करने का बिलकुल सही मौका है- पर उसके लिए भी कनाट प्लेस जाना पड़ेगा.
खैर आज ऑफिस पहुंचकर "मानेसर मंत्रणा" से वापस आये मित्रो ने इस प्रवास को कामयाब बताते हुए क्रिकेट मैच का जिक्र - जो काफी रोचक थी. रुचिका- राठोड प्रकरण आज भी सबसे बड़ी खबर है, पहले राठोड साहब हँसते हुए दिखाई दिए थे- जो शायद इस पूरे प्रकरण में सबसे ज्यादा असर करने वाला विजुअल था पर आज वो काफी परेशान दिखा, हमें भी एक बार फिर राठोड के माध्यम से बाजुओ की ताक़त को आजमाने का मौका मिला है, राठोड को सजा मिलती है या नहीं ये तो भविष्य के गर्त में है- लेकिन ऐसे आरोपों और उनकी पुष्टि के बाद क्रूर हंसी नहीं दिखनी चाहिए.
दोपहर १२ बजे तक तमाम खबरे आ गयी, ये सुखद स्थित थी, अन्यथा खबरों या उनकी गुडवत्ता में कमी परेशान करने वाली होती है. कुल मिलाकर काफी गहमा गहमी है और चैनल पर लगभग सारी बड़ी खबरे और जगहों से पहले और विजुअल्स के साथ चली है....आगे बचे दिन के लिए संकेत अच्छे है.......अगर आज मौका मिला तो आज अन्यथा कल फिर मुलाकात होगी

5 comments:

  1. apna naan blog me dekh kr khusi hui..umeed hai ki chahe-anchahe aap aise hi mera naam lete rahenge...

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  2. क्या दूबे जी...ब्लॉग में अपनी बातें लिखकर बड़ा हल्का महसूस करते होंगे..बड़ा अच्छा लगता है जब आप अपने साथ के लोगों को देखें अपनी बातें कहते हुए...उम्मीद है कि यहां पर और भी बहुत कुछ ऐसा भी पढ़ने को मिलेगा, जिसमें आपसे ज्यादा पाठकों की दिलचस्पी जगे

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  3. kripya apne post ke baad apna naam bhi daale.....

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  4. hi ravi,i did read ur blog....it's really nice..
    i m happy to have u on web blogs..keep writing.I am waiting ur next..

    Neeraj Sharma

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  5. प्यार को इज़हार करना का जो नायब तरीका आज देखा वो जल्दी ही हमारे वतन में भी दिखाई देगा क्यूंकि इन मामलों को कॉपी करने में हम भारतवासी बहुत आगे हैं . मर. दुबे पापाजी के किस आदेश का पालन आप पूरी तन्मयता से करने वालें हैं ज़रा सबको बताइए....और जो विशेषण अपने मेरे और अरुणोदय के लिए इस्तेमाल किया है उसके लिए बहुत बहुत धन्यवाद...Deepanshu Garg

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